काला पीलिया को जड़ से खत्म करने के घरेलू नुस्खे
परिचय:
काला पीलिया, जिसे आम भाषा में हेपेटाइटिस बी कहा जाता है, एक गंभीर यकृत रोग है जो वायरस के कारण होता है। इसमें व्यक्ति की त्वचा, आंखें, नाखून और पेशाब का रंग पीला हो जाता है। इसके साथ-साथ भूख कम लगना, शरीर में थकावट रहना और पेट में दर्द जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं। यह रोग संक्रमित खून, दूषित भोजन या पानी से फैल सकता है। अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए तो यह घातक भी हो सकता है।
आधुनिक चिकित्सा में इसके लिए दवाइयाँ मौजूद हैं, लेकिन आयुर्वेदिक और घरेलू नुस्खों की मदद से भी इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है और शरीर को प्राकृतिक रूप से ठीक किया जा सकता है।
काला पीलिया के मुख्य लक्षण:
- त्वचा और आंखों का पीला होना
- भूख न लगना
- पेशाब का रंग गहरा होना
- थकान और कमजोरी
- उल्टी या मितली आना
- पेट दर्द या सूजन
- हल्का बुखार
काला पीलिया के घरेलू नुस्खे:
1. आंवला:
रोज सुबह खाली पेट 2-3 आंवले का रस पीने से लीवर की सफाई होती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन C होता है जो शरीर के लिए लाभकारी है।
2. गिलोय:
गिलोय एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि है। इसकी ताजी डंडी से बना काढ़ा सुबह खाली पेट पिएं। यह शरीर में विषैले तत्वों को बाहर निकालता है और लीवर को मजबूत बनाता है।
3. हल्दी वाला दूध:
रात को सोने से पहले गुनगुने दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पिएं। हल्दी में एंटीवायरल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो संक्रमण को खत्म करते हैं।
4. गन्ने का रस:
गन्ने का रस लीवर को ठंडक देता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। दिन में दो बार ताजा गन्ने का रस पिएं, परंतु बर्फ न डालें।
5. मूली का रस:
मूली और उसके पत्तों का रस निकालकर सुबह-शाम सेवन करें। यह लीवर को सक्रिय करता है और बिलीरुबिन के स्तर को कम करता है।
6. नारियल पानी:
नारियल पानी शरीर को हाइड्रेट रखता है और विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। दिन में दो बार इसका सेवन लाभकारी होता है।
7. तुलसी और नीम:
5-5 पत्तियां तुलसी और नीम की लेकर पीसें और उसका रस पानी के साथ पिएं। ये पत्तियां एंटीवायरल होती हैं और लीवर की सूजन को कम करती हैं।
8. अदरक और नींबू:
1 चम्मच अदरक का रस, 1 चम्मच नींबू का रस और 1 चम्मच शहद मिलाकर रोज सुबह सेवन करें। यह लीवर की सफाई में मदद करता है।
9. छाछ और अजवाइन:
छाछ में एक चुटकी अजवाइन और काला नमक मिलाकर दिन में दो बार पिएं। यह पाचन सुधारता है और लीवर पर दबाव कम करता है।
10. हरी सब्जियाँ और फल:
आहार में पालक, मैथी, बथुआ जैसी हरी सब्जियाँ और पपीता, सेब, गाजर, चुकंदर जैसे फल शामिल करें। इनसे लीवर को पोषण और ऊर्जा मिलती है।
योग और प्राणायाम:
योग से लीवर की कार्यक्षमता बढ़ाई जा सकती है।
- अनुलोम विलोम – शरीर को शुद्ध करता है
- कपालभाति – विषैले तत्व बाहर निकालता है
- भुजंगासन – लीवर को सक्रिय करता है
सावधानियाँ:
- तला-भुना, मसालेदार खाना न खाएं
- शराब और धूम्रपान पूरी तरह बंद करें
- ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं
- पूरा आराम करें और तनाव से दूर रहें
- किसी की रेजर, टूथब्रश, तौलिया का प्रयोग न करें
- बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा न लें
निष्कर्ष:
काला पीलिया एक गंभीर रोग है, लेकिन घरेलू उपायों और सही खानपान से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। यदि लक्षण अधिक बढ़ जाएं या लंबे समय तक बने रहें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। घरेलू उपाय तभी कारगर होंगे जब आप अनुशासित दिनचर्या और संयमित भोजन का पालन करें। शरीर को समय दें, आराम करें और आयुर्वेद को अपनाएं। धीरे-धीरे आपका शरीर फिर से स्वस्थ हो जाएगा।